पीएलआई स्कीम का महत्व
वर्तमान में, भारतीय इकोनॉमी को स्थायी और स्थिर रूप से बढ़ाने के लिए उचित नीतियों की आवश्यकता है। उद्योग के प्रतिनिधियों का मानना है कि उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना (PLI) का विस्तार इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। वर्तमान में, यह योजना 14 प्रमुख सेक्टर्स को कवर करती है, लेकिन अब समय आ गया है कि इसे और अधिक सेक्टर्स तक बढ़ाया जाए।
वित्तमंत्री का रोल
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को इस योजना को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा करनी चाहिए। नए और उभरते हुए सेक्टर्स, जैसे कि इलेक्ट्रिक वाहनों और नवीकरणीय ऊर्जा, को इस योजना के दायरे में लाने से इकोनॉमी ग्रोथ में तेजी आ सकती है। इन सेक्टर्स में अधिक निवेश आकर्षित करने से ना केवल नई नौकरियां पैदा होंगी, बल्कि देश के आर्थिक विकास में भी सुधार होगा।
उद्योगों की प्रतिक्रिया
उद्योग जगत में इस संबंध में सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ मिल रही हैं। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि सरकार इस दिशा में कदम बढाती है, तो भारतीय उद्योग समूह वैश्विक स्तर पर अपने उत्पादन को बढ़ाकर देश को और अधिक प्रतिस्पर्धी बना सकते हैं।